अगर आपके फोन में दिख रहे हैं ये लक्षण तो खाली हो सकता है बैंक एकाउंट

6 Warning signs of Phone Hacking: एक दौर था जब दुनियाँ को सबसे बड़ा खतरा केवल परमाणु हथियारों से थे, लेकिन समय के साथ बढ़ती प्रौद्योगिकी ने आज मानव अस्तित्व के लिए कई खतरों को उत्पन्न किया है और साइबर थ्रेट इनमें सबसे अहम है। इंटरनेट तथा विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के इस्तेमाल ने मानव जीवन को बेशक आसान बना दिया है, लेकिन इसके अपने नुकसान भी हैं।

महत्वपूर्ण डेटा तथा लगभग सभी प्रकार के दस्तावेजों को किसी भी स्थान से मिनटों में एक्सेस करने के उद्देश्य से हम इन्हें स्मार्टफोन या क्लाउड में स्टोर करके रखते हैं। ऐसे में यह सुनिश्चित करना बेहद अहम हो जाता है कि, हमारा यह संवेदनशील डेटा सुरक्षित रहे अथवा किन्हीं गलत हाथों में ना पड़े और इसके लिए जरूरी है कि, टेक्नोलॉजी का जागरूकता के साथ इस्तेमाल किया जाए।

इसी को ध्यान में रखते हुए आज हम चर्चा करने जा रहे हैं कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में जो यदि आपके डिवाइस में दिखाई दें तो आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है, अन्यथा आपको कई तरीके से नुकसान उठान पड़ सकता है और कुछ परिस्थितियों में आपका बैंक एकाउंट भी खाली हो सकता है। आइए एक-एक कर समझते हैं कौन से हैं ये लक्षण

अगर आपके स्मार्टफोन की बैटरी तेजी से खत्म हो रही है बशर्ते कि स्मार्टफोन का बैटरी बैकअप सामान्य हो, तो हो सकता है आपके समर्टफोन में मैलवेयर मौजूद हो।

गौरतलब है कि, मैलवेयर (Malicious Software) ऐसे सॉफ्टवेयर होते हैं, जिन्हें केवल किसी व्यक्ति को नुकसान पहुँचाने के उद्देश्य से विकसित किया जाता है, ये कई प्रकार के होते हैं और इन्हें किसी खास उद्देश्य के लिए बनाया जाता है।

तेजी से बैटरी खत्म होने का मतलब है कि, आपके स्मार्टफोन में जिन एप्लिकेशन का आप इस्तेमाल कर रहे हैं उनके अतिरिक्त भी कोई एप्लिकेशन कार्य कर रही है। इस एप्लिकेशन का उद्देश्य आपके फोन का डेटा चुराना, आपके स्मार्टफोन की प्रोसेसिंग पावर का इस्तेमाल करना आदि हो सकता है।

जैसा कि, हमनें ऊपर बताया यदि आपके स्मार्टफोन में कोई मैलवेयर है तो कुछ परिस्थितियों में वह स्मार्टफोन की बैटरी के तेजी से खत्म होने का कारण बनेगा और यह लक्षण सीधे तौर पर फोन के स्लो होने से जुड़ा है। चूँकि मैलवेयर आपके फोन के CPU अथवा प्रोसेसिंग पावर का इस्तेमाल कर रहे होते हैं जिससे आपको अपने सामान्य कार्य करने में स्मार्टफोन बहुत धीमा या कई स्थितियों में हैंग करता हुआ दिखाई दे सकता है।

मैलवेयर्स (Malicious Software) को अलग-अलग उद्देश्यों के लिए बनाया जाता है और इन्हीं उद्देश्यों से यह भी तय होता है कि, कोई मैलवेयर आपको कितना नुकसान पहुँचा सकता है।

उदाहरण के तौर पर मेलवेयर का एक प्रकार एडवेयर (Adware) है, जिसका काम आपको अनचाहे विज्ञापन दिखाना होता है ऐसा करके मैलवेयर विकसित करने वाले लोग आपके जैसे कई स्मार्टफोन्स में ये विज्ञापन दिखाकर अच्छा पैसा कमाते हैं।

जब भी आप कोई नया स्मार्टफोन खरीदते हैं तो उसमें कुछ प्री-इन्स्टॉल्ड एप्लिकेशन आपको देखने को मिलती हैं, इनमें से कुछ एप्लिकेशन सिस्टम से संबंधित होती है तथा कुछ अन्य एप्लिकेशन स्मार्टफोन निर्माता द्वारा प्रोमोशन के तौर पर डाली जाती हैं, जिन्हें आप कभी भी डिलीट कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें 👉 कहाँ इस्तेमाल हो रहा है आपका आधार कार्ड अपने फोन से ऐसे करें चैक

इसके अलावा यदि आप कुछ ऐसी एप्लिकेशन अपने फोन में पाते हैं, जिन्हें आपने खुद से इन्स्टॉल नहीं किया तो ये भी इस बात के लक्षण हैं कि, आपका फोन हैक हो चुका है अथवा किसी अन्य व्यक्ति द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है।

स्मार्टफोन में मैलवेयर होने का एक लक्षण यह भी है कि, आपका सैल्यूलर डेटा यूज अचानक से बढ़ने लगे। अगर आप सामान्यतः एक दिन में जितना डेटा इस्तेमाल करते हैं उससे अधिक डेटा आपके मोबाइल बैलेंस से खर्च हो रहा है तो आपको सतर्क होने की आवश्यकता है।

यह आपके फोन में मैलवेयर होने का लक्षण हो सकता है, सामान्यतः जब कोई मैलवेयर आपकी डिवाइस से डेटा चोरी कर उसे किसी और सर्वर में अपलोड करता है या कोई भी मैलिसियस फ़ाइल आपके डिवाइस में डाउनलोड करता है तब ऐसी स्थिति आ सकती है।

स्मार्टफोन का मालिक होने के चलते आप हमेशा आपके द्वारा की गई कॉल, ई-मेल, एसएमएस आदि से वाकिफ रहते है, लेकिन यदि आप अपने स्मार्टफोन में कभी ऐसी कॉल्स, ई-मेल, एसएमएस या अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स में कोई पोस्ट देखते हैं जिसे आपके द्वारा नहीं किया गया है तो इस बात की बहुत संभावना है कि, आपका फोन हैक कर लिया गया है।

फोन के हैक होने पर क्या करें?

अगर आपको लगता है कि, आपका स्मार्टफोन हैक हो चुका है तो नीचे बताए गए उपायों को करना चाहिए।

अपने सभी पासवर्ड बदल दें : जब भी आपको लगे कि, आपका स्मार्टफोन हैक हो चुका है सबसे पहले अपने सभी महत्वपूर्ण एकाउंट्स जैसे इंटरनेट बैंकिंग, सोशल मीडिया, ई-मेल इत्यादि के पासवर्ड किसी अन्य डिवाइस की सहायता से बदल दें और हैक हुए स्मार्टफोन में इन एकाउंट्स को तब तक ना खोलें जब तक कि आपका फोन क्लीन ना हो जाए।

संदिग्ध एप्स को फोन से हटा दें : मोबाइल एप्लिकेशन के द्वारा मैलवेयर भेज कर किसी डिवाइस को टार्गेट करना एक आम तरीका है, अतः दूसरे उपाय के तौर पर अपने स्मार्टफोन से ऐसी सभी एप्स खासकर वे थर्ड-पार्टी एप्लिकेशन जिन्हें आपने ऑफिशियल एप स्टोर (गूगल प्ले स्टोर या एप्पल एप स्टोर) से डाउनलोड नहीं किया है को तुरंत डिलीट कर दें।

यह भी पढ़ें 👉

अपने फोन को एंटी-मैलवेयर से स्कैन करें : ऊपर बताए गए उपाय करने के बाद अपने फोन को किसी एंटी-मैलवेयर की सहायता से स्कैन करें। Jio यूजर्स इसके लिए Jio Security का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो Norton द्वारा उपलब्ध कराया गया बेहतरीन सॉफ्टवेयर है।

स्मार्टफोन को रीसेट करना : स्मार्टफोन से मैलवेयर हटाने का एक अन्य विकल्प फोन को रीसेट करना भी हो सकता है, हालाँकि इसका नुकसान यह है कि, ऐसा करने से आपके फोन का सभी महत्वपूर्ण डेटा जैसे एप्स, फ़ोटो, वीडियो आदि भी डिलीट हो जाएंगी अतः आप स्मार्टफोन को “फैक्ट्री रीसेट” करने से पहले अपने डेटा का बैकअप अवश्य रख लें।

आर्टिकल शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *