पैसा किसी भी अर्थव्यवस्था का केंद्र होता है और दुनियाभर में इसका लेन-देन मुख्य रूप से बैंकिंग व्यवस्था के माध्यम से ही किया जाता है, इस लिहाज बैंकिंग सिस्टम किसी अर्थव्यवस्था के लिए बेहद जरूरी हो जाता है।
एक आम इंसान से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियों को बैंकिंग ववस्था का लाभ लेने के लिए बैंक खाते (Bank Account) की आवश्यकता होती है और ये बैंक एकाउंट कई तरह के हो सकते हैं।
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बैंकों द्वारा ऑफर किये जाने वाले खातों के प्रकारों में दो तरीके चालू खाता या Current Account तथा बचत खाता या Saving Account प्रमुखता से इस्तेमाल किये जाते हैं। आइए इस लेख के जरिये जानते हैं सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट क्या हैं, सेविंग और करंट अकाउंट में क्या अंतर है तथा इन दोनों प्रकार के खातों में ग्राहकों को किस-किस प्रकार की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
बचत खाता क्या है?
बचत खाता (Saving Account) किसी वित्तीय संस्थान या बैंक द्वारा ऑफर किया जाने वाला सबसे बुनियादी खाता है। यह एक जमा खाता होता है, जिस पर खाताधारक को ब्याज की पेशकश करी जाती है।
चूँकि बचत खाते की व्यवस्था को सामान्य लोगों की जरूरतों को देखते हुए बनाया गया है अतः बैंकिंग सिस्टम में इस प्रकार के खाते का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है। यह सामान्यतः आम लोगों द्वारा साधारण बैंकिंग ट्रांजेक्शन्स को पूरा करने तथा अपनी बचत पर ब्याज कमाने के उद्देश्य से खुलवाया जाता है।
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बचत खाता व्यक्तियों को खाते में धनराशि जमा करने, उसे निकालने, ऑनलाइन लेन-देन करने तथा शेष राशि पर ब्याज अर्जित करने का मौका देता है। हालांकि बचत खाते से मिलने वाला ब्याज मामूली तकरीबन 2 से 4 फीसदी के बीच होता है, किन्तु इसके बावजूद सुरक्षित, विश्वसनीय और जरूरत के समय नकदी उपलब्ध होने के चलते ये आम लोगों के लिए अपना पैसा जमा करने के बेहतरीन विकल्प होते हैं।
बचत खातों के माध्यम से किये जाने वाले ट्रांजेक्शन में कुछ सीमाएं होती हैं, जैसे आप दिन में कितनी बार और अधिकतम कितनी धनराशि निकाल सकते हैं आदि।
चालू खाता क्या है?
बैंकों द्वारा उपलब्ध करवाए जाने वाले खातों के प्रकारों में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण प्रकार चालू खाता (Current Account) है। यह सामान्यतः व्यवसायों, पेशेवर लोगों तथा ऐसे व्यक्तियों द्वारा खुलवाया जाता है, जिन्हें लगातार बैंकिंग लेन-देन करने की आवश्यकता होती है। चालू खाते में भी जमा स्वीकार किया जाता है किन्तु सेविंग खाते के विपरीत इसमें ग्राहक को उसके डिपॉजिट पर किसी प्रकार का कोई ब्याज नहीं दिया जाता है।
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चालू खाते की अच्छी बात यह है कि, ये ग्राहकों को निर्बाध रूप से नकदी प्रवाह की सुविधा प्रदान करता है दूसरे शब्दों में चालू खाते से बिना किसी रोक-टोक के असीमित लेन-देन किये जा सकते हैं जो इसे व्यवसायों और वित्तीय गतिविधियों से जुड़े व्यक्तियों के लिए उपयुक्त बनाता है। इसके साथ-साथ चालू खाते में ग्राहकों को ओवरड्राफ्ट (Overdraft) की सुविधा भी मिलती है, जिसके तहत ग्राहक अकाउंट में मौजूद धनराशि से अधिक की निकासी भी कर सकते हैं।
सेविंग खाते और चालू खाते में अंतर
यहाँ तक आपने एक-एक कर बचत खाते तथा चालू खाते के बारे में समझा आइए अब इन दोनों खातों में कुछ प्रमुख अंतरों (Current Account Vs Saving Account) को समझते हैं। इन अंतरों को देखते हुए आपके लिए भी यह तय करना आसान होगा कि, आपको कौन स खाता खुलवाना चाहिए।
विवरण | बचत खाता (Saving Account) | चालू खाता (Current Account) |
---|---|---|
खाते का उद्देश्य | आम लोगों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ प्रदान करना तथा बचत को प्रोत्साहित करना | कंपनियों, पेशेवर लोगों तथा लगातार वित्तीय लेन-देन करने वाले लोगों को बैंकिंग सेवाओं का लाभ देना |
ब्याज से कमाई | बचत खातों में खाताधारक को शेष राशि पर ब्याज (सामान्यतः 2 से 4 फीसदी के बीच) दिया जाता है | चालू खातों में ग्राहकों को उनके जमा पर कोई ब्याज नहीं दिया जाता है। |
लेन-देन की सीमा | बचत खातों में दैनिक अथवा मासिक आधार पर वित्तीय लेन-देन सीमित किये जाते हैं | चालू खाते से असीमित लेन-देन किये जा सकते हैं |
न्यूनतम मासिक बैलेंस (MAB) | बचत खातों में बहुत कम (कुछ स्थितियों में 0) मासिक बैलेंस मेंटेन करने की आवश्यकता होती है | चालू खातों में बचत खातों के मुकाबले अधिक धनराशि मासिक तौर पर मेंटेन करने की आवश्यकता होती है |
ओवरड्राफ्ट की सुविधा | बचत खातों में ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्रदान नहीं की जाती है | चालू खातों में ओवरड्राफ्ट की सुविधा प्रदान करी जाती है |
उपयुक्तता अथवा Suitability | कोई भी आम इंसान या एक वेतनभोगी के लिए बचत खाता उपयुक्त है | किसी व्यवसाय से जुड़े व्यक्ति के लिए जिसे नियमित वित्तीय लेन-देन करने की जरूरत पड़े, चालू खाता उपयुक्त है |
सार-संक्षेप
बचत खाता और चालू खाता बैंकों द्वारा ऑफर किये जाने वाले खातों के दो भिन्न प्रकार हैं, जो विशिष्ट उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। कोई भी व्यक्ति सीमित वित्तीय लेन-देन करने, अतिरिक्त धनराशि की बचत करने तथा उस पर ब्याज अर्जित करने के लिए बचत खाता खोल सकता है।
इसके विपरीत चालू खाता विशेष रूप से पेशेवर लोगों, कारोबारियों इत्यादि की बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने के लिए होते है, जिसके इस्तेमाल से दैनिक तौर पर असीमित ट्रांजेक्शन किये जा सकते हैं।