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मामूली लागत से शुरू करें ये फ्रैंचाइज़ी बिजनेस, होगी लाखों की कमाई

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How to Start Courier Business in India: वर्तमान समय में बेरोजगारी देश की सबसे बड़ी समस्या बन चुकी है, सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों पर आधारित ब्लूमबर्ग की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2023 तक भारत की कुल बेरोजगारी दर 7.95 प्रतिशत थी।

लगातार बढ़ती जा रही बेरोजगारी के चलते यदि आप भी नौकरी की तलाश छोड़ अपना खुद का कोई बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो ये लेख आपके लिए काम का हो सकता है। Business ideas और करियर से जुड़े इस लेख में आज हम आपको एक ऐसे व्यवसाय (Business) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप अपनी आजीविका का बेहतरीन साधन बना सकते हैं।

हम बात कर रहे हैं कूरियर बिजनेस (Courier Business) की जिसकी मदद से आप भी हर महीने तकरीबन 40 से 60 हजार रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं। इस लेख में आगे हम कूरियर बिजनेस तथा इससे जुड़े विभिन्न पहलुओं जैसे कूरियर बिजनेस कैसे शुरू करें, कूरियर बिजनेस शुरू करने के लिए कितना खर्च लगेगा, कूरियर बिजनेस फ्रैंचाइज़ी कैसे लें आदि पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

कूरियर बिजनेस क्या होता है?

कूरियर (Courier) अर्थात डाक, यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमें कोई कंपनी ग्राहकों के पार्सल को एक स्थान से कलेक्ट करके व्यक्ति द्वारा बताए गए पते पर डिलिवर करती है और इसके बदले ग्राहक से निर्धारित शुल्क लेती है।

भारत में भारतीय डाक या Indian Post सबसे बड़ी सरकारी डाक सेवा है वहीं प्राइवेट सेक्टर की बात करें तो इनमें DTDC, DELHIVARY, BLUEDART जैसी कंपनियां शामिल हैं, जो हर दिन लाखों करोड़ों पार्सल एक स्थान से दूसरे स्थान तक डिलिवर करने का काम करती हैं।

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चूँकि अपनी कूरियर कंपनी शुरू करना किसी आम व्यक्ति के लिए आसान नहीं है क्योंकि नई कंपनी शुरू करने के लिए अत्यधिक पूंजी की आवश्यकता तो होती ही है साथ ही इसमें कई अन्य जोखिम भी जुड़े रहते हैं।

इसी को देखते हुए विभिन्न कूरियर कंपनियां अपने-अपने कूरियर बिजनेस फ्रैंचाइज प्रोग्राम चलाती हैं, फ्रैंचाइज प्रोग्राम के तहत कोई भी व्यक्ति कंपनी को कुछ फ्रेंचाइजी शुल्क देकर कंपनी के नाम का इस्तेमाल कर सकता है, इस प्रकार व्यक्ति को अपना खुद का ग्राहक बेस बनाने की जरूरत भी नहीं रहती है।

क्या कूरियर बिजनेस शुरू करना फायदेमंद है?

अगर आप अपनी आजीविका के लिए खुद का कोई बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो कूरियर बिजनेस (Courier Business) आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है

आइए समझते हैं कैसे, पहले कारण की बात करें तो वह इस बिजनेस की शुरुआत के लिए बहुत कम कैपिटल तथा स्थान की आवश्यकता है। किसी भी कूरियर कंपनी की फ्रेंचाइजी लेकर आप एक छोटे से कमरे या पहले से चल रही अपनी किसी दुकान आदि में इसे शुरू कर सकते हैं और महीने के 40 से 60,000 रुपये तक आसानी से कमा सकते हैं।

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गौरतलब है कि, अपने निजी पार्सल भेजने के साथ ही जैसे-जैसे इंटरनेट की आम जन तक पहुँच बढ़ रही है लोग अधिक से अधिक खरीदारी ई-कॉमर्स वेबसाइट जैसे Amazon, Flipkart, Myntra आदि के माध्यम से करने लगे हैं और ऐसे में कूरियर कंपनियों का बिजनेस खूब फल-फूल रहा है।

आंकड़ों के मुताबिक भारत दुनियाँ का तीसरा सबसे बड़ा देश बन चुका है, जहाँ सबसे अधिक Online Shopping करी जाती है। देश में हर रोज सैकड़ों करोड़ की खरीदारी इन्हीं ई-कॉमर्स वेबसाइट के माध्यम से करी जाती है।

रिपोर्ट्स के अनुसार अगले पांच वर्षों में भारत में ई-रिटेल बाजार सालाना 25-30 प्रतिशत की वृद्धि के साथ $150-170 बिलियन (12 से 15 लाख करोड़ रुपये) तक बढ़ जाएगा। ऐसे में आप भी Courier Business के क्षेत्र में काम शुरू कर अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।

कूरियर बिजनेस कैसे शुरू करें?

अगर आप भी कूरियर बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको किसी बड़ी कूरियर कंपनी की फ्रैंचाइजिंग लाइसेंस लेना होगा, गौरतलब है कि फ्रैंचाइज़ या जिसे सामान्य बोलचाल में फ्रैंचाइज़ी कहा जाता है, बिजनेस का एक मॉडल होता है जहाँ आप खुद से कोई व्यवसाय शुरू न करके किसी स्थापित ब्रैंड (Established Brand) का नाम इस्तेमाल कर बिजनेस करते हैं और बदले में आपको उस ब्रैंड को फ्रैंचाइज़ शुल्क देना होता है तथा उसकी अन्य शर्तों का पालन करना होता है।

उदाहरण के तौर पर आप खुद का कोई रेस्टोरेंट खोलने के बजाए Domino's, KFC, Burger King जैसे ब्रैंड की फ्रैंचाइज़ी ले सकते हैं ऐसा करने का मुख्य फायदा यह होता है कि आपको अपना ग्राहक बेस बनाने की आवश्यकता नहीं होती लोग कंपनी का नाम देखकर आपके पास सेवा लेने खुद आते हैं।

बहरहाल कूरियर बिजनेस पर वापस लौटते हैं, देश की महत्वपूर्ण कूरियर कंपनियों में DELHIVERY, DTDC, Blue Dart, Ekart Logistics, Gati आदि शामिल हैं। आइए अब इन्हीं में से कुछ महत्वपूर्ण कूरियर कंपनियों के फ्रैंचाइज़ मॉडल को विस्तार से समझते हैं और साथ ही यह भी जानने का प्रयास करते हैं कि, इन कंपनियों की फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए आपको कितना शुल्क देना होगा, किन-किन शर्तों का पालन करना होगा तथा फ्रेंचाइजी लेने के बाद आपकी कमाई कितनी होगी।

DELHIVERY देश की जानी-मानी कूरियर कंपनियों में से एक है इसकी शुरुआत मई 2011 में SSN Logistics Ltd. के रूप में हुई थी। इसे शुरुआत में Offline Stores के लिए एक्सप्रेस डिलीवरी सर्विस प्रोवाइडर के रूप में शुरू किया गया था, तब कंपनी मुख्य रूप से गुरुग्राम शहर तक सीमित थी

लेकिन समय के साथ जैसे-जैसे इंटरनेट की पहुँच लोगों तक बढ़ी ऑनलाइन रिटेलिंग और ई-कॉमर्स सेगमेंट भारत में तेजी से विस्तार करने लगा लिहाजा कंपनी का भी विस्तार हुआ।

DELHIVERY Franchisee

DELHIVERY की शुरुआत के बाद से इसने पूरे भारत में तकरीबन 1.9 बिलियन से अधिक ऑर्डर सफलतापूर्वक पूरे किए हैं। DELHIVERY की वेबसाइट के अनुसार कंपनी वर्तमान में देश के लगभग सभी राज्यों के 18,500 से अधिक पिन कोड में अपनी सेवा दे रही है।

कंपनी के पास 22 स्वचालित शॉर्ट सेंटर, 92 गेटवे, 93 पूर्ति केंद्र, 2751 प्रत्यक्ष वितरण केंद्र और 52,700 से अधिक लोगों की एक टीम है जिसके चलते कंपनी 24 घंटे सातों दिन शिपमेंट्स डिलिवर कर पाती है।

DELHIVERY की फ्रैंचाइज़ी के लिए क्या शर्तें हैं?

कंपनी के फ्रैंचाइज़ी मॉडल की बात करें तो इसके लिए आपको कंपनी की कुछ मामूली से शर्तों को पूरा करना होगा। DELHIVERY की वेबसाइट के अनुसार आपके पास एक स्टोरफ्रंट, प्रिंटर के साथ एक लैपटॉप या डेस्कटॉप तथा इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए।

आप पहले से मौजूद किसी अन्य स्टोर व्यवसाय में भी बुकिंग शुरू कर सकते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप पहले से कोई दुकान या कोई अन्य कूरियर सेवा चलाते हैं तो आप उसी दुकान से DELHIVERY की भी बुकिंग शुरू कर सकते हैं।

DELHIVERY का फ्रैंचाइज़ी शुल्क क्या है और फ्रैंचाइज़ी कैसे लें?

फ्रैंचाइज़ी शुल्क की बात करें तो DELHIVERY आपसे फ्रैंचाइज़ी के बदले सीधे तौर पर कोई शुल्क नहीं लेता है, लेकिन आपको शुरुआत में एक सिक्योरिटी डिपॉजिट (Security Deposit) देना होगा जो आपको भविष्य में लौटा दिया जाएगा जब भी आप कंपनी के साथ अपना समझौता रद्द करेंगे।

इसके साथ ही आपको कंपनी द्वारा उपलब्ध करवाए गए मार्केटिंग से जुड़ी सामग्री जैसे बिल बोर्ड, होर्डिंग आदि के लिए भुगतान करना होगा। यदि आप DELHIVERY की फ्रैंचाइज़ी लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कंपनी की वेबसाइट में दिए गए इस एप्लीकेशन फॉर्म को भरना होगा।

DELHIVERY से कैसे होगी आपकी कमाई?

आइए अब जानते हैं आखिर DELHIVERY की फ्रैंचाइज़ी लेने से आपकी कमाई कितनी और किस प्रकार होगी, DELHIVERY से आपकी पार्टनरशिप के पश्चात आपको एक एजेंट एकाउंट उपलब्ध करवाया जाएगा जिसकी मदद से आप ग्राहकों के शिपमेंट्स बुक कर सकेंगे।

DELHIVERY किसी शिपमेंट के भार तथा उसके गंतव्य स्थान के आधार पर उस शिपमेंट के रेट निर्धारित करता है जिसकी जानकारी आपको फ्रैंचाइज़ी लेने के दौरान दी जाएगी कंपनी के रेट के ऊपर आप प्रति शिपमेंट अपने अनुसार मार्जिन या कमीशन वसूल कर सकते हैं।

How to Start Courier Business in India

इसके साथ ही प्रति शिपमेंट जो बुकिंग का पेमेंट होगा (आपका कमीशन निकालने के बाद) उसे आपको कंपनी के बैंक खाते में जमा करना होगा। कितनी राशि देय है अथवा आपने किसी महीने कितनी बुकिंग करी हैं इसकी जानकारी आपके DELHIVERY एजेंट एकाउंट से पता चल जाएगी।

आपके खाते में प्रदर्शित बुकिंग के आधार पर कंपनी द्वारा एक मासिक बिल (Invoice) जारी किया जाएगा, बिल (Invoice) तिथि से 15 दिनों के भीतर आपको बिल की राशि कंपनी के बैंक खाते में ट्रांसफर करनी होगी।

शिपमेंट की बुकिंग कैसे करनी होगी?

जब आप कंपनी की फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए Sign Up करेंगे उसके पश्चात आपको कंपनी की ओर से आयोजित एक ऑनलाइन ट्रेनिंग सेशन में प्रतिभाग करना होगा यहाँ आपको कंपनी की सहायता टीम द्वारा DELHIVERY के बुकिंग पैनल के संबंध में एक विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

इसके अलावा कंपनी इसके लिए लगातार प्रशिक्षण सामग्री भी प्रकाशित करते रहती है जिससे आपको शिपमेंट्स की बुकिंग करने तथा उन्हें डिलिवर करने के संबंध में जरूरी दिशानिर्देश समय-समय पर मिलते रहेंगे।

प्राइवेट कूरियर कंपनियों में DTDC भी एक बड़ा नाम है। DTDC का पूरा नाम Desk to Desk Courier & Cargo है। भारत की यह कूरियर कंपनी दुनियाँ के तकरीबन 240 देशों में अपनी सेवा देती है। DTDC वर्तमान में तीन तरीके के फ्रेंचाइजी मॉडल उपलब्ध करवा रही है जिसमें 1) Model Franchisee, 2) Enterprise Franchisee तथा 3) Delivery Franchisee शामिल हैं।

आपको बता दें कि, Model Franchisee किसी निश्चित पिन कोड पर कार्य करते हैं और अपने क्षेत्र में होने वाली सभी शिपमेंट बुकिंग और शिपमेंट डिलीवरी का काम संभालते हैं।

मॉडल फ्रेंचाइजी के लिए आपको तकरीबन 1.5 लाख रुपये के निवेश की आवश्यकता होती है हालांकि यह शहर के अनुसार बदल सकती है, साथ ही डिलीवरी के लिए एक वाहन तथा कम से कम 4 लोगों के स्टाफ की Requirements भी होती है।

Delivery Business Kaise Shuru Karen

DTDC का दूसरा फ्रेंचाइजी मॉडल Enterprise Franchisee है, इसमें आपको केवल बिजनेस तथा कॉर्पोरेट क्लाइंट्स के शिपमेंट्स को ही बुक या डिलिवर करना होता है। इस फ्रेंचाइजी के लिए कैपिटल तथा वर्क फोर्स दोनों की Requirements Model Franchisee की तुलना में कम होती है।

कंपनी का तीसरा फ्रेंचाइजी मॉडल Delivery Franchisee है जिसमें आपको किसी भी प्रकार की बुकिंग करने की जरूरत नहीं होती है बल्कि केवल शिपमेंट्स डिलिवर करने होते हैं। DTDC फ्रेंचाइजी से संबंधित किसी अन्य जानकारी के लिए आप कंपनी की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं।

अपने कूरियर बिजनेस की शुरुआत आप Blue Dart की फ्रेंचाइजी लेकर भी कर सकते हैं, 1980 के दशक की शुरुआत में बनी यह कंपनी वर्तमान में डोमेस्टिक तथा इंटेरनेशनल दोनों प्रकार के शिपमेंट्स डिलिवर करती है।

Blue Dart की फ्रेंचाइजी लेने के लिए शहर के अनुसार तकरीबन 2 से 5 लाख के निवेश की आवश्यकता होती है इसके साथ ही 200 से 300 वर्ग फुट के ऑफिस स्पेस तथा कम से कम 500 वर्ग फुट के पार्किंग स्पेस की भी आवश्यकता होती है। Blue Dart की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आप इसके नजदीकी ऑफिस या ऑनलाइन माध्यम से कंपनी से संपर्क कर सकते हैं।

निष्कर्ष

वैश्वीकरण और ई-कॉमर्स के प्रभुत्व वाले इस दौर में Courier Business रोजगार के एक जबरजस्त विकल्प के रूप में खड़ा है, भारत की बात करें तो इंटरनेट एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं की लगातार बढ़ रही पहुँच के चलते आने वाला समय Courier Business के लिए निश्चित तौर पर शानदार रहने वाला है, लिहाजा कोई भी व्यक्ति इस व्यवसाय को शुरू कर अच्छी खासी आय अर्जित कर सकता है।